Haryana Bhulekh : भारत में भूमि रिकॉर्ड (Land Records) हमेशा से ही किसानों और ज़मीन मालिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहे हैं। पहले इन अभिलेखों को देखने के लिए लोगों को तहसील या पटवारी के चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन अब डिजिटल इंडिया अभियान और राज्य सरकारों के प्रयास से यह सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई है। हरियाणा सरकार ने भी अपने नागरिकों के लिए भूमि संबंधी अभिलेखों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया है, जिसे “हरियाणा भूलेख (Haryana Bhulekh)” कहा जाता है।
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इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि Haryana Bhulekh 2025 क्या है, इसकी ज़रूरत क्यों है, हरियाणा जमाबंदी, खसरा-खतौनी की जाँच कैसे करें, और इससे जुड़े लाभ क्या हैं।
विवरण | जानकारी |
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पोर्टल का नाम | हरियाणा भूलेख (Haryana Bhulekh) |
लॉन्च करने वाला विभाग | राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, हरियाणा |
उद्देश्य | भूमि रिकॉर्ड को ऑनलाइन उपलब्ध कराना |
उपलब्ध सेवाएँ | जमाबंदी, खसरा, खतौनी, भूमि नक्शा |
कैसे खोजें | मालिक का नाम, खसरा नंबर, खाता संख्या, नक्शा |
आधिकारिक वेबसाइट | jamabandi.nic.in |
मोबाइल ऐप | हरियाणा जमाबंदी मोबाइल ऐप (Android) |
लाभ | समय की बचत, पारदर्शिता, ऋण/बीमा के लिए रिकॉर्ड उपलब्ध |
महत्वपूर्ण नोट | ऑनलाइन कॉपी केवल सूचना के लिए है, कानूनी उपयोग हेतु प्रमाणित प्रति लें। |
हरियाणा भूलेख (Haryana Bhulekh) क्या है?
हरियाणा भूलेख एक ऑनलाइन पोर्टल है जिसे राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, हरियाणा (Department of Revenue and Disaster Management, Haryana) द्वारा संचालित किया जाता है। इस पोर्टल पर राज्य की सभी ज़मीनों से संबंधित जानकारी दर्ज की गई है।
यह पोर्टल किसानों, भूमि मालिकों और आम नागरिकों को उनकी ज़मीन से जुड़े दस्तावेज़ – जैसे जमाबंदी, खसरा, खतौनी, नक्शा आदि – ऑनलाइन देखने की सुविधा प्रदान करता है।
जमाबंदी, खसरा और खतौनी का महत्व
- जमाबंदी (Jamabandi):
- यह ज़मीन की मालिकाना हक़ की स्थिति दिखाती है।
- इसमें मालिक का नाम, ज़मीन का क्षेत्रफल, किस्म, और राजस्व की जानकारी होती है।
- हर 5 साल में इसका नवीनीकरण किया जाता है।
- खसरा (Khasra):
- इसमें खेतों का सर्वे नंबर दर्ज होता है।
- किस ज़मीन पर कौन-सी फसल बोई गई है, किस किसान के पास कितनी ज़मीन है – यह विवरण खसरे में होता है।
- खतौनी (Khatauni):
- इसमें ज़मीन की बही-खाता जानकारी रहती है।
- यह बताती है कि कितने खसरे किस खाते से जुड़े हैं और कितने मालिक या किसान उसमें शामिल हैं।
इन दस्तावेजों का महत्व इस कारण भी बढ़ जाता है क्योंकि ये न केवल किसान की पहचान और मालिकाना हक़ साबित करते हैं, बल्कि ऋण लेने, फसल बीमा कराने और ज़मीन के लेन-देन के लिए आवश्यक भी हैं।
Haryana Bhulekh 2025 की ज़रूरत क्यों?
- पहले नागरिकों को ज़मीन संबंधी जानकारी लेने के लिए पटवारी, तहसील, या राजस्व कार्यालय जाना पड़ता था।
- इसमें समय, पैसे और मेहनत की बर्बादी होती थी।
- कई बार रिकॉर्ड में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की संभावना भी रहती थी।
- डिजिटल पोर्टल ने इस समस्या का समाधान किया है।
अब कोई भी व्यक्ति अपने घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर से जमाबंदी, खसरा, खतौनी देख सकता है। इससे पारदर्शिता बढ़ी है और लोगों का समय व पैसा दोनों बचता है।
Haryana Bhulekh 2025 पोर्टल की मुख्य विशेषताएँ
- ऑनलाइन जमाबंदी, खसरा और खतौनी देखना।
- ज़मीन का नक्शा और सर्वे नंबर खोजना।
- मालिकाना हक़ और कृषि भूमि की स्थिति की जानकारी।
- सभी जिलों, तहसीलों और गाँवों के रिकॉर्ड एक ही स्थान पर।
- पारदर्शी और भ्रष्टाचार-रहित प्रणाली।
- मोबाइल और कंप्यूटर दोनों पर आसानी से उपयोग योग्य।
Haryana Bhulekh पर जमाबंदी / खसरा / खतौनी कैसे देखें?
हरियाणा सरकार ने इसके लिए jamabandi.nic.in नामक आधिकारिक वेबसाइट उपलब्ध कराई है। प्रक्रिया इस प्रकार है:
1. पोर्टल पर जाएँ
- सबसे पहले अपने ब्राउज़र में jamabandi.nic.in खोलें।
- यहाँ आपको “जमाबंदी” विकल्प पर क्लिक करना होगा।

2. ज़िले का चयन करें
- वेबसाइट पर जाकर आपको पहले जिला (District) चुनना होगा।
- इसके बाद तहसील, गाँव और साल का चयन करना होगा।
3. सर्च विकल्प चुनें
आप चार तरीकों से भूमि अभिलेख देख सकते हैं:
- मालिक के नाम से
- खसरा नंबर से
- खाता संख्या से
- नक्शे से

4. नक़ल रिकॉर्ड देखें
- Owner List में निजी का विकल्प का चयन करें।
- Owner / Khebat/ Both में से किसी एक का चयन करें ।
- Captcha Code भरकर Nakal पर क्लिक करें ।
- अब आपके सामने संबंधित जमाबंदी, खसरा या खतौनी की डिटेल खुल जाएगी।
5. प्रिंट / डाउनलोड करें
पोर्टल से आप रिकॉर्ड को प्रिंट या PDF के रूप में डाउनलोड भी कर सकते हैं।
Haryana Bhulekh से मिलने वाले लाभ
- समय और मेहनत की बचत – नागरिकों को बार-बार राजस्व कार्यालय नहीं जाना पड़ता।
- पारदर्शिता – भ्रष्टाचार और रिकॉर्ड की गड़बड़ी कम हुई है।
- ऋण और बीमा में सहूलियत – किसान अपने दस्तावेज़ तुरंत डाउनलोड कर सकते हैं।
- किसानों को सशक्तिकरण – डिजिटल रिकॉर्ड से किसान अपने हक़ के प्रति जागरूक होते हैं।
- न्यायिक कार्यवाही में सहायक – यदि ज़मीन को लेकर विवाद होता है तो ऑनलाइन रिकॉर्ड सबूत के रूप में काम आता है।
Haryana Bhulekh 2025 से जुड़ी सावधानियाँ
- ऑनलाइन उपलब्ध जमाबंदी या खसरा की कॉपी केवल सूचनात्मक (Informational Copy) होती है।
- किसी भी कानूनी कार्यवाही के लिए प्रमाणित कॉपी की आवश्यकता पड़ती है, जो राजस्व कार्यालय से ही मिलती है।
- इसलिए यदि आपको रिकॉर्ड बैंक या कोर्ट में प्रस्तुत करना हो तो तहसीलदार/पटवारी से सत्यापित प्रति अवश्य लें।
निष्कर्ष
हरियाणा भूलेख 2025 राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसने किसानों और आम नागरिकों को बड़ी राहत दी है। अब कोई भी व्यक्ति अपने गाँव की जमाबंदी, खसरा, खतौनी आसानी से घर बैठे देख सकता है।
यह पोर्टल न केवल पारदर्शिता और सुविधा लाता है, बल्कि किसानों को उनके हक़ की जानकारी भी सरलता से उपलब्ध कराता है।
डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में हरियाणा भूलेख एक मील का पत्थर है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ) – Haryana Bhulekh 2025
यह हरियाणा सरकार का ऑनलाइन पोर्टल है, जहाँ नागरिक अपनी भूमि से जुड़े दस्तावेज़ जैसे जमाबंदी, खसरा, खतौनी और नक्शा देख सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट है – jamabandi.nic.in
नहीं, ऑनलाइन कॉपी केवल सूचना के लिए होती है। कानूनी कार्यों के लिए तहसील/पटवारी से प्रमाणित प्रति लेनी आवश्यक है।
– जमाबंदी: ज़मीन का मालिकाना हक़ और राजस्व रिकॉर्ड
– खसरा: खेत/ज़मीन का सर्वे नंबर और फसल संबंधी विवरण
– खतौनी: खाता संख्या और उससे जुड़े सभी खसरे व मालिकों का विवरण
आप भूमि रिकॉर्ड मालिक के नाम, खसरा नंबर, खाता संख्या या नक्शे से खोज सकते हैं।
हाँ ✅, हरियाणा सरकार ने हरियाणा जमाबंदी मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है, जिससे मोबाइल पर आसानी से जानकारी देखी जा सकती है।
किसान घर बैठे अपनी ज़मीन का रिकॉर्ड देख सकते हैं, जिससे उन्हें
– बैंक ऋण
– किसान क्रेडिट कार्ड
– फसल बीमा
– सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकता है।
अभी नामांतरण पूरी तरह ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है, लेकिन सरकार जल्द ही इसे पोर्टल में जोड़ने की योजना बना रही है।
कभी-कभी सर्वर पर लोड अधिक होने से वेबसाइट धीमी चल सकती है। ऐसे में कुछ समय बाद पुनः प्रयास करें।
📧 ईमेल: revenue.haryana@gov.in
☎️ हेल्पलाइन: 0172-2711325
🏢 पता: राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, हरियाणा सरकार, चंडीगढ़